मां की नाभी से निकले मधुमक्खियों के झुंड ने मुगलों को खदेड़ा था, जानें घाटा वाला माता के मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा
राजस्थान का मेवाड़ जो शौर्य और वीरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है, यहां महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धा हुए जिन्होंने मुगलों धूल चटाई.
आइये जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा और मान्यताएं.मेवाड़ की चित्तौड़गढ़ के बाद बनी राजधानी उदयपुर के रियासत काल के पूर्वी द्वार और वर्तमान में देबारी पंचायत चित्तौड़गढ़ हाइवे पर स्थित है
घाटा वाला माता जी का मंदिर. घाटा वाला चामुंडा माता की मान्यता है कि देवी मां ने उदयपुर के पूर्वी द्वार की की दुश्मनों से हमेशा रक्षा की.
अर्धी इस मंदिर में में मेवाड़ सहित अन्य कई जिलों से दर्शनार्थी आते हैं और मां के दर्शन करते हैं. मंदिर का जीर्णोद्धार भी होकर आगामी समय में भव्य रूप ले लेगा.
राज्य राजस्थान मां की नाभी से निकले मधुमक्खियों के झुंड ने मुगलों को खदेड़ा था, जानें घाटा वाला माता के मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा मां की नाभी से निकले मधुमक्खियों के झुंड ने मुगलों को खदेड़ा था
घाटा वाला माता के मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा राजस्थान का मेवाड़ जो शौर्य और वीरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है.
यहां महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धा हुए जिन्होंने मुगलों को धूल चटाई. आइये जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा और मान्यताएं.
मां की नाभी से निकले मधुमक्खियों के झुंड ने मुगलों को खदेड़ा था, जानें घाटा वाला माता के मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा (घाटा वाला माता जी का मंदिर)।
मेवाड़ की चित्तौड़गढ़ के बाद बनी राजधानी उदयपुर के रियासत काल के
पूर्वी द्वार और वर्तमान में देबारी पंचायत चित्तौड़गढ़ हाइवे पर स्थित है