अजमेर में घूमने की एक प्रसिद्ध ईमारत हे,जिसका निर्माण 1354 में किया गया था। यह किला वास्तु कला का सबसे बेहतरीन उदाहरण हे यहां से Ajmer का नजारा बड़ा ही शानदार दिखाई देता है,पहले के समय में यहां पर सेना रहा करती थी और बिर्टिश शाशन काल के दौरान इस किले का इस्तमाल अभयारण्य के रूप में भी होता था। ये अजमेर की ऐतिहासिक धरोहर है। आपको अजमेर Vijit करते हुवे इस किले को बिकुल भी नहीं भुलना चाहिए। 

तारागढ़ किला

Adhai Din ka Chopda नाम की एक मस्जिद है जिसे कुतुबुदीन ने 1100 ईस्वी.में बनवाया था। जोकि दिल्ली के पहले सुल्तान भी थे.इस मस्जिद के बारे में कहाँ जाता हे की इस मस्जिद को बनने में केवल ढाई दिन लगे थे। इसलिए इसका नाम अढ़ाई दिन का चोपड़ा रखा गया इंडो इस्लामी बनी ये ईमारत बेहत शानदार नज़र आती हे आज भी इस खूबसूरत अढ़ाई दिन का चोपड़ा को देखने के लिए टूरिस्ट दूर दूर से आते हे Ajmer Beautiful Places में यह प्लेस देखने के लिए बेहतरीन प्लेस है आपको यहां पर आपने परिवार के साथ पिकनीक प्लान करना चाहिए। 

अढ़ाई दिन का चोपड़ा

राजस्थान के अजमेर संभाग में बनी हुई खूबसूरत और शानदार झील हे यह एक कृत्रिम झील है। पर्यटन इसके चारों और घूमने तथा बोटिंग करने के लिए आते हे यहां का जो सनसेट का नज़ारा हे उसकी तो बात ही कुछ और हे झील के आस पास आपको मंदिर और दुकाने भी है वह से आप तालाब के अंदर रहने वाली मछलियों के लिए दान भी ले सकते हो। यहां पर लोग मॉर्निग के समय वॉकिंग के लिए भी आते है और सूर्यास्त को देखने आते है आपको सूर्यास्त का ऐसा नज़ारा देखने को मिलेगा कही दूर सूर्य डूब रहा हे और पाताल में समा रहा है।  

आना सागर झील

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम को ब्रिटिश शासन काल में बनवाया था यह अजमेर में घूमने की खाश जगह है। आपको यहां राजस्थान और अजमेर के इतिहास से जुड़ी कही सारी वस्तुएं देखने को मील जाएगी। यहां पर कही प्रकार के हथिहार,मुर्तिया, कलाकृतिया रखी हुई है बच्चों के लिए यह जगह बहुत ही अच्छी है यहां उनको कही तरह की जानकारी मिलेगी। जो उनके नॉलेज काफी बढ़ाने में उनकी साहयता करेगी। 

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम

चामुंडा माता टेम्पल जोकी पड़ता हे अजमेर की पहाड़ियों में इस जगह की ख़ास बात यह हे माना जाता है की 51 शक्तिपीठस हे इस जगह पर शक्ति पिट्स यानि की वो जगह जहां पर सती माता जी के अंग आकर गिरे थे। इस चामुंडा माता मंदिर जिस पहाड़ी पर स्थिर हे उस पहाड़ी से पूरा अजमेर नज़र आता हे। चामुंडा माता मंदिर जिसे Gayatri Mata Shaktipith के नाम से भी जाना जाता हे। और आप यहां पर पैडल भी जा सकते है । 

चामुंडा माता मंदिर

1892 में एक British Gentlement का द्वारा जिनका नाम था Mr. Foy. उन्होंने अपने नाम पर ही इस झील का निर्माण करवाया था। इस सुन्दर झील से आपको खूबसूरत अरावली हिल्स देखने का View मिलता है. यहां आने का सबसे बढ़िया तरीका हे या तो आप अपने पर्सनल व्हीकल से आ सकते हे या टैक्समी में भी आ सकते हे, 

फोय सागर लेक

अजमेर के सबसे बड़े म्यूजियम जिसका नाम हे मायो कॉलेज म्यूजियम. यह म्यूजियम अजमेर के मायो कॉलेज के जलवार हाउस में स्थित हे और यह जगह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल Museum मानी गई हे और इस जगह को बनवाया था। Mr.T.N Vyas ने और यह जगह तक़रीबन 18 कमरों में फैली हुई है मायो कॉलेज म्यूजियम में आपको देखने को मिलेंगे ओल्ड पेंटिंग्स,फोटोग्राफ्स,कोइंस,सकल्पचर्स जो की डोनेट की हुई है। 

मायो कॉलेज म्यूजियम

अजमेर से 9 किलोमीटर की दुरी पर पड़ता है और ये अरावली पर्वत की सांखला में ये जैन मंदिर बना हुवा हे ये जैन मंदिर इतना खूबसूरत हे हाइवे से भी दिखाई देता हे इसी मंदिर की पहाड़ी हे उसकी चोटी पर भी बहुत सारे छोटे छोटे टेम्पल दिखेंगे जोकि इस जगह की खूबसूरती और बड़ा देते है। इसी जगह पर आपको 24 जिनालय , 24 तीर्थंकर दिखेंगे जोकि जैनी धर्म के होते हे,इस जगह की ख़ास बात यह हे की यहां का वातावरण बहुत शांत हे 

नारेली जैन टेम्पल

1570 में जोकि अकबर के बेटे सलीम का घर माना जाता था। और बाद में जगह जहांगीर ,सर थॉमस मीटिंग पॉइंट बना। 1908 में यह प्लेस एक शानदार म्यूजियम में कोवर्ट कर दिया जहां पर आपको 6वीं, 7वीं शताब्दी के हिन्दू इडोलस के बहुत बड़े कलेक्शन देखने को मिलेगी। इस म्यूजियम में आपको अरेटिफैट्स Rajputs और मुग़ल की डिज़ाइन देखने को मिलेगी , और यहां का सबसे बड़ा आकर्षण हे महाकाली की भव्यकाली मूर्ति जोकि मार्बल से बनाई गई हे  

अजमेर फोर्ट / अजमेर पैलेस