यह बस एक वास्तुशिल्प आनंद है। ज़ेनाना महल (महिला खंड) और मर्दाना महल (पुरुष वर्ग) में इटालियन महल का सारांश है और दीवारों पर रंगीन रूपांकनों वाली हाथ से बने टाइलों से डाला गया है।
राज कुमार डॉ. शत्रु सिंह जी (महारावल जवाहिर सिंह जी की पोटली) ने अब किले के दरवाजे खोल दिए हैं और इस शुष्क और रेतीले परिदृश्य में अतीत के जीवन और आकर्षण का अनुभव किया है।
निर्माण 1944 में जैसलमेर के महामहिम महारावल जवाहर सिंह जी ने पूरा कराया था, जिन्होंने इस किले का निर्माण अपने छोटे बेटे महाराज हुकम सिंह जी के लिए कराया था।