क्या है बूंदी

गढ़ महल की ऊचाई झलकता है। गौरव जहॉ

नवल सागर की शांत जलराशि में जलकता है।

चित्रशाला की दीवारे पर रंग बिरंगी कहानी बोलती है।

तारागढ़ के दुर्ग से गूंजती है। वीरता की पुकार

रानी जी बावड़ी।

84 खम्बो की छतरी

सुख महल की खिड़की से मिले सुकून।

यहाँ केशवरायपतन मंदिर में झलके भक्ति और श्रद्धा

भीमलत जलप्रताप की गूंज में जंगल और मिलकर गाते है प्रकृति का गीत

पधरो महरे देश बूंदी