वैज्ञानिकों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जमीन के नीचे बने वैक्यूम और पानी की अनुपस्थिति ने इसे कमजोर बना दिया था। 

सदियों से ऐसा ही रहा है. ऐसे जमीन के नीचे पानी के जमा होने का सवाल ही पैदा नहीं होता. 

सदियों से ऐसा ही रहा है. ऐसे जमीन के नीचे पानी के जमा होने का सवाल ही पैदा नहीं होता. 

कुछ लोगो का मानना ये भी है की ये sinkhole नर्ग का दरवाजा है , धरती पैर पाप बढ़ने की वजह से ये नर्ग का दरवाजा खुल गया है।

कुछ लोगो का मानना ये भी है की ये sinkhole नर्ग का दरवाजा है , धरती पैर पाप बढ़ने की वजह से ये नर्ग का दरवाजा खुल गया है।

लोगों ने बताया कि जमीन धंसने की घटना को लेकर उन्होंने कई बार प्रशासन को इस मामले की सूचना दी है। 

इनके वैज्ञानिक विश्लेषण से हमें भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने की तैयारी करने में मदद मिलती है।

समें 150 मीटर नीचे तक केवल रेत है। उन्होंने जीएसआई रिपोर्ट में उजागर किए गए भूजल के अत्यधिक दोहन का भी उल्लेख किया।