दाल बाटी चूरमा – ऐसा स्वाद जो दिल को छू जाए। 

 राजस्थानी स्वाद की शाही थाली

परंपरा से जुड़ा स्वाद

परंपरा से जुड़ा स्वाद 

राजस्थान की शान – हर बाइट में सादगी और शाहीपन। 

बाटी बनाने की बेसिक तैयारी

सिर्फ आटा, घी और नमक से बनती है ये जादुई बाटी।

घी में तली हुई कुरकुरी बाटी

सुनहरी बाटी जो बाहर से कुरकुरी, अंदर से नरम हो। 

मूंग, मसूर और चने की दाल – स्वाद का बेस।

– सूखी दालें कटोरी में या हाथ में लिए हुए

ताज़ा तड़का, भरपूर स्वाद

प्याज, टमाटर और मसाले से तैयार एकदम देसी तड़का। 

स्वाद बढ़ाने वाले छोटे राज़

– घी के बिना बाटी अधूरी, धीमी आंच पर बनेगी लाजवाब दाल।

घी-इलायची वाला मीठा चूरमा

बाटी का मीठा रूप, जिसमें स्वाद और सुगंध बसी हो। 

प्लेट में परोसी परंपरा

गरम दाल, बाटी और मीठा चूरमा – एक संपूर्ण अनुभव।