खाना खाने के बाद फॉलो करें ये अच्छी आदतें, ताकि पेट और मूड दोनों रहे अच्छा

दोपहर का खाना खाने के बाद अक्सर लोग सुसताने लगते हैं। हांलाकि कुछ लोग खाना खाते ही गहरी नींद में सो भी जाते हैं। मगर इससे शरीर में कई समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है

 हेल्दी डाइजेशन और लाइफस्टाइल डिसऑर्डर से खुद को बचाने के लिए लंच के बाद कुछ हेल्दी हेबिट्स को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें। जानते हैं दोपहर के खाने के बाद कौन सी हेल्दी हेबिट्स को रूटीन में करें शामिल।

10 मिनट की वॉक अवश्य करें

खाना खाने के बाद शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन रिलीज होता है। इससे मूड और स्लीप दोनों पर असर नज़र आने लगता है। ऐसे में शरीर को एक्टिव रखने और ब्लड शुगर स्पाइक से बचने के लिए खाना खाने के बाद 10 मिनट की वॉक करना फायदेमंद साबित होता है।

हर्बल टी पिएं

डाइजेशन को बूस्ट करने के लिए ग्रीन टी का सेवन करें और कैफिनेटिड व शुगर रिच पेय पदार्थों से बचें। इससे शरीर हाइड्रेट रहता है और एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। हर्बल टी के सेवन से पाचन में मदद मिलती है। साथ ही शरीर एक्टिव रहता है।

वज्रासन या सुखासन में बैठें

खाना खाने के बाद पीठ को सीधा कर लें और कुछ देर वज्रासन या सुखासन में बैठ जाएं। इससे डाइजेशन बूस्ट होता है और बॉडी एलर्ट हो जाती है। शरीर को एक्टिव रखने और पाचनतंत्र की मज़बूती के लिए 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस मुद्रा में बैठें।

खाना खाने के बाद पीठ को सीधा कर लें और कुछ देर वज्रासन या सुखासन में बैठ जाएं। इससे डाइजेशन बूस्ट होता है और बॉडी एलर्ट हो जाती है। शरीर को एक्टिव रखने और पाचनतंत्र की मज़बूती के लिए 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस मुद्रा में बैठें।

सीड्स, मसालों और हर्ब्स को मिलाकर तैयार की जाने वाली मुखवास के सेवन से न केवल सांस तरोतज़ा हो जाती है बल्कि इससे पाचन संबधी समस्याएं दूर होती है। इसके सेवन से बैक्टीरिया की ग्रोथ कम हो जाती है। ब्लोटिंग और एसिडिटी से राहत मिलती है। इससे गट माइक्रोबायोम हेल्दी बना रहता है।

खाना खाने के बाद कुछ देर सोने से अपच, ब्लोटिंग और एसिडिटी का सामना करना पड़ता है। इससे डाइजेशन स्लो हो जाता है और शरीर में आलस्य बढ़ता है। वे लोग जो खाना खाने के बाद सो जाते हैं, उन्हें मोटापे की भी सामना करना पड़ता है। शरीर में कैलोरी स्टोरेज बढ़ने से वज़न बढ़ने लगता है।