राजस्थान घूमने जा रहे हैं तो आपको  बीकानेर का पद्म स्मारक जरूर जाना चाहिए.  इस इमारत की बनावट ऐसी है कि यहां के कोने-कोने तक सूरज की रोशनी पहुंचती है.

बीकानेर में मौजूद एक ऐसी इमारत, जो नेचुरल लाइट से रौशन होती है. इसके हर हिस्से में पहुंचती है सूरज की रोशनी. स्विट्जरलैंड के ग्रीन हाउस की तर्ज पर इसे डिजाइन किया गया है.

इस पद्म स्मारक में बच्चों को तकनीकी शिक्षा से लेकर परंपरागत और आधुनिक शिक्षा देने की भी सुविधा है. 10 कंप्यूटर सिस्टम से लैस इस इमारत में हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है.

बच्चों को इंटरनेट चलाने में कोई परेशानी ना हो. इसके अलावा हजार किताबों वाली लाइब्रेरी भी यहां बच्चों के लिए निशुल्क उपलब्ध है.

 जो बच्चे यहां आकर पढ़ना चाहते हैं उनकी सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्था की गई है. ये पूरा कैंपस सेंट्रल एयर कंडीशन से लैस है.

इस बिल्डिंग का निर्माण कुछ ऐसे किया गया है कि इसमें लाइट की जरूरत नहीं है, बल्कि कुदरती रोशनी से ही यह इमारत प्रकाशमान रहती है.

लाइब्रेरी के चारों ओर बनी दीवार पर जोधपुरी पत्थर से बनी जालियां हैं, जिनमें से होकर रोशनी सीधे यहां की लाइब्रेरी में पहुंचती है.

अंदर की तरफ दीवार के पास कांच की लेयर लगाई है, जो आंधी तूफान में हिफाजत करती है... इमारत की खास डिजाइन में ऑस्ट्रलियन घास का इस्तेमाल किया गया है

जो गर्मी से हिफाजत करती है.. इतना ही नहीं पानी स्टॉक करने के लिए इस पद्म स्मारक में अंडरग्राउंड स्टोरेज टैंक भी है, जिसमें 7 लाख लीटर बारिश का पानी स्टोर किया जा सकता है.