Palm Tree
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सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य422.94 वर्गकिलोमीटर में फैला है, यह अभयारण्य प्रतापगढ़ जिले में, राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में अवस्थित है, जहाँ भारत की तीन पर्वतमालाएं- अरावली, विन्ध्याचल और मालवा का पठार आपस में मिल कर ऊंचे सागवान वनों की उत्तर-पश्चिमी सीमा बनाते हैं।
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जाखम नदी, जिसका पानी गर्मियों में भी नहीं सूखता, इस वन की जीवन-रेखा है।वन्यजीव प्रजातियों में उड़न गिलहरी और चौसिंघा (four Horned Antelope) हिरण उल्लेखनीय हैं।
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वृक्षों, घासों, लताओं और झाडियों की बेशुमार प्रजातियां इस अभयारण्य की विशेषता हैं, वहीं अनेकानेक दुर्लभ औषधि वृक्ष और अनगिनत जड़ी-बूटियाँ अनुसंधानकर्ताओं के लिए शोध का विषय हैं।
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इस के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में मूल्यवान सागवान के बड़े सघन जंगल थे, इसलिए अंग्रेज़ी शासन के दौर में इस वन-संपदा के व्यवस्थित देखरेख की गरज से एक अलग महकमा-जंगलात, १८२८ ईस्वी में कायम किया गया. यहीं ऐसे स्थान भी हैं जहाँ सूरज की किरण आज तक ज़मीन पर नहीं पडी!
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त्रेता युग (रामायण काल) में, राम द्वारा बहिष्कृत कर दिए जाने के बाद सीता ने यहीं अवस्थित महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में न केवल निवास किया था, बल्कि उसके दोनों पुत्रों- लव और कुश का जन्म भी यहीं वाल्मीकि आश्रम में हुआ था।
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सीता अंततः जहाँ भूगर्भ में समा गयी थी, वह स्थल भी इसी अभयारण्य में स्थित है! सेंकडों सालों से सीता से प्रतापगढ़ के रिश्तों के सम्बन्ध में इतनी प्रबल लोक-मान्यताओं के चलते यह स्वाभाविक ही था कि अभयारण्य का नामकरण सीता के नाम पर किया जाता.
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यहाँ पाई जाने वाली उड़न गिलहरियों को स्थानीय भाषा में आशोवा नाम से जाना जाता है इसका वैज्ञानिक नाम रेड फ्लाइंग स्किवरल पेटोरिस्टा एल्बी वेंटर है।
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यह चौसिंगा की जन्म भूमि के नाम से भी जाना जाता है। चौसिंगा एंटी लॉप प्रजाति का दुर्लभतम वन्य जीव हैं जिसे स्थानीय भाषा में भेडल भी कहा जाता है।
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यह जंगली मुर्गों के अलावा पेंगोलिन (आडाहुला) जैसा दुर्लभ वन्य जीव भी पाया जाता है। इस अभयारण्य में आर्किड एवं विशाल वृक्षीय मकड़ियाँ भी पायी गयी हैं। भारत के कई भागों से कई प्रजातियों के पक्षी प्रजनन के लिए यहां आते है।
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सीता माता मंदिर सीतामाता वन्यजीव अभ्यारण के अंदर घने जंगल के अंदर स्थित है। मंदिर तक जाने का रास्ता पूरा कच्चा है।
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यहां पर आपको बहते हुए नदियां और झरने देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको गर्म जलधारा भी देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर स्नान कर सकते हैं। यहां पर एक सुंदर झरना है, जो बहुत ऊंचाई से गिरता है।